Nidhi Saxena

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पूरा गगन अभी दिखाना है (एक मां की अर्जी)


गगन इसे दिखाना है (एक मां की अर्जी)

मेरी प्यारी बेटी है ,
मुझको सबसे प्यारी है तू ।

किसी को ना खेलने दूंगी 
इसकी जिंदगी से 
इसके साथ खड़ी हूं मैं
इसे बंधना नही 
आजाद रहना सिखाना है 
क्या होती है जिंदगी 
ये अभी बतलाना है 
इसका विवाह अभी नही रचाना है ।

क्यों करते हो अभी मेरी 
बेटी के विवाह की बात 
अभी उम्र में कच्ची है ये 
अभी इसको पकाना है 
क्या है दुनियादारी
ये इसको सिखाना है 
नही बांधना किसी भी रिश्ते में अभी इसे 
पहले हर रिश्ता समझाना है 
इसका विवाह अभी मुझे नही रचाना है।

अभी है बिखरी मिट्टी 
इसको चट्टान बनाना है 
लड़ जाए हर तूफान से 
ऐसी कश्ती चलाना इसे सिखाना है 
इसका विवाह मुझे अभी नही रचाना है ।

नही बंद पिंजरे में इसको भेजना है 
इसको पहले पूरा गगन दिखाना है 
उस गगन में उड़ान भरना सिखाना है
गगन अपना पूरा बनाएगी ये 
इसका सपना सच करवाना है 
इसका विवाह अभी नही रचाना है 
इसका विवाह अभी नही रचाना है ।

     नीर( निधि सक्सैना)✍️

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3 Comments

Punam verma

13-Dec-2022 08:54 AM

Very nice

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Abhinav ji

13-Dec-2022 07:59 AM

Very nice👍👍

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Gunjan Kamal

12-Dec-2022 02:49 PM

बेहतरीन अभिव्यक्ति

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